दिल्ली में चीनी नागरिक के पकड़े जाने के बाद हिमाचल में High Alert, दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता
शिमला. दिल्ली में तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा की जासूसी के मामले में चीनी नागरिक के पकड़े जाने के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मैक्लोडगंज में धर्मगुरु का सुरक्षा तंत्र मजबूत है। निर्वासित तिब्बती सरकार का कहना है कि चीन से भारत में आने वाले हर नागरिक की जांच होनी चाहिए। जिला पुलिस ऐसे मामलों के प्रति सतर्क है। मैक्लोडगंज में दलाईलामा कड़ी सुरक्षा में हैं। उनकी सुरक्षा में डीएसपी रैंक के अधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मी व खुद दलाईलामा के सुरक्षाकर्मी भी तैनात हैं। सूत्रों का कहना है कि मैक्लोडगंज में दलाईलामा के मठ की सुरक्षा और बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।


जपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा की जासूसी मामले पर गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में संदिग्ध चीनी जासूस छह सालों से करोड़ों का हवाला कारोबार करता रहा। इतना ही नहीं दिल्ली के मजनू का टिला में तिब्बती लामाओं के साथ घुल-मिलकर धर्म गुरु की जासूसी भी करता रहा। बावजूद इसके निर्वासित तिब्बत सरकार और हमारी सरकारों व खुफिया एजेंसियां अरसे से अंधेरे में रहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि वे दिल्ली में भारत सरकार के उच्च अधिकारियों से मिलकर इस मामले पर जल्द गहन जांच की मांग करें।
पूर्व सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम धर्मशाला में निर्वासित तिब्बत सरकार के अधिकारियों समेत प्रदेश के आला अफसरों से भी विचार-विमर्श कर धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर कड़े कदम उठाने की व्यवस्था करें। उन्होंने तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे मजनू का टिला में रहने वाले लामों की इस मामले में हुई चूक को गंभीरता से लें। शांता कुमार ने कहा कि दलाई लामा केवल तिब्बत सरकार के ही मुखिया नहीं हैं, वे इस समय पूरे विश्व में सबसे अधिक सम्मानित आध्यात्मिक नेता भी हैं।